उन्होंने कई सिद्धियां प्राप्त हो गई थी। एक दिन
ऋषि तपस्या कर रहे थे। तभी कहीं से एक चूहा
उनके पास दौड़ता हुआ आया और सहायता मांगने
लगा। उसने ऋषि से कहा कृपया उससे बिल्ली से
बचा लीजिए ऋषि ने उसे बिल्ली बना दिया कुछ
दिनों के बाद चूहा फिर दौड़ता हुआ था और कुत्ते
से बचने की गुहार करने लगा ऋषि ने इस बार उसे
कुत्ता बना दिया कुछ दिनों बाद फिर आकर उसने
कहा कि बाघ उसके पीछे पड़ा था अपनी शक्ति से
ऋषि ने उसे बाघ में परिवर्तित कर दिया फिर एक
दिन बाघ बने चूहे ने ऋषि के पास आकर कहा कि
उसे बहुत भूख लगी थी और वह उन्हें खाना
चाहता था ऋषि ने उसे शिक्षा देना आवश्यक
समझा बाघ ऋषि पर झपट ने ही वाला था तभी
ऋषि ने तुरंत उसे फिर से चुआ बना दिया।
शिक्षा - अधिकार उसे देना चाहिए जो उसके लायक हो